Sunday 8 May 2011

दिल कुछ भी करना चाहे,जो उसका अपना होता है!

दिल कुछ भी करना चाहे,
जो उसका अपना होता है!
उसके लिए तो मर भी जाना,
दिल का सपना होता है.....
दिल कुछ भी करना चाहे......

दिल उसके लिए हँसता है,
दिल उसके लिए रोता है,
कोई इसको क्या समझे,
क्या दिल का रिश्ता होता है?
दिल कुछ भी करना चाहे......

वो एक झलक दिख जाए,
इसको जन्नत मिल जाए,
जो उसकी आँखें नाम हों,
ये जीते जी मर जाए...
दिल कुछ भी करना चाहे,


कोई भी समझ न पाए,
ये इतना नाजुक होता है.
कोई इसको समझ न पाए,
ये हँसते हँसते रोता है,,
दिल कुछ भी करना चाहे,
जो उसका अपना होता है!!!


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