Sunday 8 May 2011

इस तरह जीने से तो......बेहतर हैं मर जाएँ........

इस तरह जीने से तो,
बेहतर है मर जाएँ,
जी के तुमसे मिल न सके,
मर के हम मिल जाएँ...

ये जहां है इस तरफ,
इस तरफ है फ़र्ज़ अपना,
उस तरफ हम दोनों है,
उस तरफ है,क़र्ज़ अपना...
फ़र्ज़ पूरा करके अपना,
आओ क़र्ज़ चुकाए...

इस तरह जीने से तो......

पास हो पर साथ नहीं तुम,
जिंदगियों के साथ रही तुम,
बिन तुम्हारे जैसे निर्जन,
हो चला मेरा ये जीवन,
जिंदगी के पार चलकर,
आओ हम मिल जाएँ,

इस तरह जीने से तो,
बेहतर हैं मर जाएँ........

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