Monday 16 May 2011

माँ,तुझे मेरी कसम,तू कभी नहीं मरना.......

माँ,
तू मुझे प्यारी है,
तू बड़ी  प्यारी है..
तू मेरी प्यारी है..

माँ,
 न मुझे खाना चाहिए,
 न मुझे पानी चाहिए,
 न मुझे खिलोने चाहिए,
 न मुझे बिछोने चाहिए...

माँ,
मुझे दूर न कर,
मुझे मजबूर न कर

माँ,
तुने मुझे वो सब दिया,
जो मैं मांग नहीं सकता,
तुने वो सब किया,
जो मैं बोल नहीं सकता,

माँ,
तू मुझे छोड़ के मत जाना,
तू कभी न मरना,तू कभी न मरना.......

माँ,
तुझे मेरी कसम,तू कभी न मरना...
मेरे रहते तुझे क्या चिंता,
मैं तेरा साथ निभाऊंगा,
तू रोना मत,बीमार न पड़ना,
तुझे मेरी कसम
तू कभी न मरना.......

माँ,
मैं नहीं जानता,
तू कहाँ से आई है,
कैसे आई है,
तुने क्या क्या
मुसीबते उठाई हैं,

माँ,
मैं नहीं जानता,
तू कब से नहीं सोयी है,
तू इतना क्यूँ रोई है,
तुझे इतनी बेचैनी क्यूँ है,

माँ,
मुझे बस इतना पता है,
तू ही मेरी रोटी है,
तू ही मेरा खाना है,
तू ही मेरी नींद है,
तू ही मेरा सपना है,
तू ही मेरा है बिछोना,
तू ही मेरा है खिलौना...

माँ,
तुझे मेरी कसम,
तू कभी नहीं मरना.......

2 comments:

  1. dil se likhi hai apne....mujhe chhu gayi...ANIL

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  2. what a heart touching abhivyakti... written for all mothers . loved it

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